म्यांमार देश से जुड़े सबसे अजीब तथ्य | Facts About Myanmar
म्यांमार का इतिहास बहुत पुराना एवं जटिल है। इस क्षेत्र में बहुत जातीय समूह निवास करते आये हैं जिनमें से मान (Mon ) और प्यू संभवतः सबसे प्राचीन हैं।तो आईये दोस्तो जानते है म्यांमार से जुड़े कुछ से ऐसी बाते जिसे शायद ही आप परिचित होंगें |
म्यांमार का इतिहास बहुत पुराना एवं जटिल है। इस क्षेत्र में बहुत जातीय समूह निवास करते आये हैं जिनमें से मान (Mon ) और प्यू संभवतः सबसे प्राचीन हैं।तो आईये दोस्तो जानते है म्यांमार से जुड़े कुछ से ऐसी बाते जिसे शायद ही आप परिचित होंगें |
- म्यांमार एक समय सबसे धनी देशो में से एक था लेकिन आज ये दुनिया के सबसे गरीब दशो में से एक है।
- म्यांमार की 89 फीसदी जनता बौद्ध धर्म को मानती है. भारत से शुरू होकर बौद्ध धर्म आज पूरी दुनिया में फैल गया है लेकिन म्यांमार में बौद्ध धर्म को मानाने वाले लोग काफी ज्यादा है।
- 1937 से पहले ब्रिटिश ने बर्मा को भारत का राज्य घोषित किया था लेकिन फिर अंग्रेज सरकार ने बर्मा को भारत से अलग करके उसे ब्रिटिश क्राउन कॉलोनी (उपनिवेश) बना दिया ।
- यहां के लोग सोमवार, शुक्रवार और जन्मदिन के मौके पर बाल नहीं कटवाते.
- म्यांमार के घरेलू उत्पाद का आधा हिस्सा कृषि उत्तपादन के माध्यम से
- म्यांमार में रेगिस्तान के अलावा सबकुछ है. सब कुछ का मतलब यहां की भौगोलिक खूबसूरती बेजोड़ है. पहाड़ियों की श्रृंखला, झरने और झील यहां की खूबसूरती में चार चांद लगाते हैं.
- म्यांमार मुख्य भूमि दक्षिण पूर्व एशिया में सबसे बड़ा देश है, और दुनिया में 40 वां सबसे बड़ा है। यह टेक्सास से थोड़ा छोटा है और अफगानिस्तान की तुलना में थोड़ा बड़ा है।
- म्यांमार को आबादी के लिहाज से देखा तो यहाकि कुल आबादी (2014 के जनगणना के अनुसार) 55,746,253 है।
- म्यांमार मे भवती महिलाओं को केला और मिर्च खाने की सख्त मनाई है. म्यांमार में ऐसा मानना है कि केला खाने से बच्चे का आकार ज्यादा ही बढ़ेगा और मिर्च उसके बाल उगने के क्रम को रोक देंगी ।|
- म्यांमार 1824 में अंग्रेजों द्वारा उपनिवेशित किया गया था और द्वितीय विश्व युद्ध तक जब तक जापान ने आक्रमण किया और यह एक प्रमुख युद्धक्षेत्र बन गया तब तक उनके शासन के अधीन रहा। 1948 में बर्मा ने आजादी मिली |
- म्यांमार विश्व का सबसे बड़ा चावल-नियातक होने के साथ सहित कई तरह की लकड़ियों का भी बड़ा उत्पादक था।
- द्वितीय विश्वयुद्ध में खदानों को जापानियों के कब्ज़े में जाने से रोकने के लिए अंग्रेजों ने भारी मात्र में बमबारी कर उन्हें नष्ट कर दिया था। स्वतंत्रता के बाद दिशाहीन समाजवादी नीतियों ने जल्दी ही बर्मा की अर्थ- व्यवस्था को कमज़ोर कर दिया और सैनिक सत्ता के दमन और लूट ने बर्मा को आज दुनिया के सबसे गरीब देशों की कतार में ला खड़ा किया है। आता है. चावल यहां का प्रमुख खाद्य पदार्थ है.
- म्यांमार को जानने वाले इस बात को भी बखूबी जानते हैं कि इस देश को कभी बर्मा के नाम से जाना जाता था. इस देश की राजधानी का नाम भी बदलता रहा जो कभी रंगुन और कभी यांगून रहा. अब इसकी राजधानी नैप्यीदा है.
- साल 2006 में, म्यान्मा आधिकारिक नाम 'म्यांमार' को संयुक्त राष्ट्र ने अंगीकार कर लिया. हालांकि दुनिया आज भी इसे दोनों ही नाम से जानती है.|
- आप को शायद ही यकीन हो पर 2012 में न्यूयॉर्क टाइम्स ने पृथ्वी की ऐसी जगहों की लिस्ट जारी की जिन्हें किसी भी कीमत पर घूम लेना चाहिए. इस लिस्ट में म्यांमार को तीसरे नंबर पर रखा गया था |
- म्यांमार का नाम हाल में तब विवादों में आया जब देश की बहुसंख्यक बौद्ध आबादी ने रोहिंग्या मुस्लिमों पर हमले शुरू कर दिया और उन्हें अपने देश से निकाल दिया |
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